Wednesday, December 15, 2010

Hum Kyon Sachaei Ko Svikaar Nahin Kar Paten Hai ?

हम भारतीयों कि यह एक विशेषता है कि हम सचाई को इतनी आसानी से स्वीकार नहीं कर पातें है . इसी का एक उधाहरण इन दोनों तस्वीरों से साफ हो रहा है कि हम अभी तक विकास कि दोड़ में  कहाँ तक पहुंचे हैं फिर भी हम भारतीय इस अंधविस्वास में है कि बहुत जल्द हम विश्वशक्ति बनने कि दोड़ में सबसे आगे है. ऐसा सपना हम क्यों देखते है जो सच नहीं हो सकता है मगर ये सपना हमने खुद नहीं देखा बल्कि हमारी निक्कम्मी सरकारें हमें अपनी नाकामयाबी और भ्रषता छिपाने के लिए हमें दिखतीं है परन्तु ऐसा नहीं है कि आज का जागरूक नागरिक इन बातों से अनजान है उसे सब पता है कि वह क्या कर रहें है और क्या नहीं कर रहें. जिस देश में बच्चों को पेट भरने के लिए खाना नहीं है, अच्छी शिक्षा का इंतजाम नहीं कर सकती हैं उन्हें ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए.-
उमाकांत सिंह 

Thursday, November 25, 2010

Hum Yaad Karege Jaroor Us din Jo Kyonki Hamare Veeron Ki Bahaduri Ki Khushboo Aati Hai....

हम याद जरूर करेंगे उस दिन को जो हमें हर दर्द कि याद  दिलाता है क्योंकि उस दिन कि यादों मे हमारे देश के वीर सिपाहियों की सहादत की खुशबू आती है . उस अमन और शांति के दुश्मनों ने हमारे देश मे इसी दिन आतंकवादी हमला कर जो आतंक फैलाया वो बेहद दुखद व् दर्दनाक था जिसमें हमारे देश के मासूम नागरिकों की जानें गयीं थी और इन्ही मासूम लोगों की जान बचाने के लियें हमारे बहुत ही बहादुर वीर सिपाही विजय सलास्कर , संदीप उनिक्रष्णन , हेमंत करकरे व् अशोक कामते ने इन आतंकवादी हमलों मे शामिल आतंकियों को मार गिराने की ठान कर मैदान मे अपनी जान की परवाह न करते हुए प्राण न्योछावर कर दिए. उन वीर जवानों को हम शत - शत नमन करतें है .
और कहते है उन आतंक वादियों से की हमें वो क्या मिटायेंगे जब तक ऐसे वीर है इस देश में जो जान की परवाह नहीं करते
और इस देश पर मर मिटने को हर समय तैयार है .
कितने महान है वो माता - पिता जिन्होंने ऐसे वीरों को जनम दिया .
पूरा देश तुम्हरी शहादत को भूला नहीं पायेगा .

Saturday, November 20, 2010

Ganga Bachao.................Ganga Mar Rahi Hai............

गंगा बचाओ गंगा मर रही है क्योकि हमें उसकी चिंता नहीं है और हम उसका दोहन लगातार करते जा रहें हैं और बड़ी शान से कहते है कि गंगा हमारी माता है और इसी माता - माता के फेर मे उसे पूजा - अर्चना करने के चक्कर मैं उसे लगातार गन्दा किये जा रहें .

Sunday, October 3, 2010

About violence against Women

हम ऐसा क्यों करते जबकि हम जानते हैं कि यह गलत है ?