यह देश है वीर जवानों का .............
इंजीनियरिंग पढ़ने वालों का ............
इंजीनियरिंग पढ़ने वालों का ............
भारत की सबसे बढ़ी परीक्षा मानी जाने वाली आईआईटी प्रवेश परीक्षा में फिर गरीब छात्रों ने साबित कर दिया कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण सुपर थर्टी के छात्रों को माना जा सकता है। धर्मपाल जिसके पिता कोलकाता की सड़कों पर ट्रक चलाते है, जतीन्द्र के पिता पंजाब के गांवों में घूम-घूमकर छोले बेचते है, प्रियंका के पिता पंजाब में परचून की दुकान चलाते हैं, इन सभी पिताओं में बस एक ही समानता है कि उन्हे नहीं पता कि उनके बच्चों ने क्या सफलता पाईं हैं क्योंकि ज्यादातरों को पता ही नहीं है कि आईआईटी क्या है। मगर इतना तय मानिए कि यह बच्चे आगे चलकर अपने माता पिता और देश का नाम जरूर रोशन करेंगे। इन सभी का सपना साकार करने में एक ही शख्स का विशेष योगदान रहा है और वो है सुपर थर्टी के संचालक आनंद कुमार क्योंकि इस शख्सियत ने इन सभी को सफलता के उस मुकाम पर पहुँचा दिया है, जो ज्यादातर विद्यार्थियों को होता है। आज भारत में आनंद कुमार जैसे लोगों की बेहद जो निस्वार्थ गरीब विद्यार्थियों को उनके सपने साकार करने में सहायक होते हैं। मेरी नजर में यह देश की सच्ची सेवा है ................... उमाकान्त सिंह, अलीगढ़
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